Author: Josef Mohr; Unknown Appears in 1 hymnal First Line: खामोश है रात, बखत है रात Lyrics: खामोश है रात, बखत है रात,
हर चीज़ है चुप हर चीज़ है शान्त
मां और बेटे के तौर पर
धन्य शिशु को प्रनाम कर
येसु तेरे जनम पर
येसु तेरे जनम पर.
खामोश है रात, बखत है रात,
भेदवान देखें वोह पहला निशान
परियां गांएं गीत आलैलुया
बुलाएं किनारे और दूर से
देखो, देखो येह शिशु को. Used With Tune: [खामोश है रात, बखत है रात]
खामोश रात